11 साल सेवा विस्तार के बाद रिटायर हुए गुजरात सीएम के प्रधान सचिव, अब बन सकते हैं राज्यपाल

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 Kuniyil Kailashnathan retires- India TV Hindi

Image Source : X/BHUPENDRA PATEL
कुनियिल कैलाशनाथन और भूपेंद्र पटेल

गुजरात के वरिष्ठ नौकरशाह कुनियिल कैलाशनाथन रिटायर हो चुके हैं। उन्हें 11 साल का सेवा विस्तार मिला था। हालांकि, इस बार उन्होंने सेवा विस्तार की मांग नहीं की और 30 जून 2024 को गुजरात के मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव के पद से रिटायर हुए। कैलाशनाथन पीएम मोदी के सबसे भरोसेमंद अधिकारियों में से एक हैं और रिटायरमेंट के बाद अब उन्हें किसी राज्य का राज्यपाल बनाया जा सकता है।

72 वर्षीय कुनियिल 11 साल तक मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव रहे। इससे पहले वह सीएमओ से अतिरिक्त मुख्य सचिव थे और इस पद से रिटायर होने के बाद 2013 में तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके लिए यह पद बनाया था। 

भूपेंद्र पटेल ने दी शुभकामनाएं

गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कैलाशनाथन को शुभकामनाएं देते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया “मेरे कार्यालय में मुख्य प्रधान सचिव के रूप में सेवाएं देकर के. कैलासनाथनजी डी.टी. 30 जून 2024 को स्वेच्छा से सेवानिवृत्त हो रहे हैं। 2006 से, उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में माननीय प्रधान मंत्री नरेंद्रभाई मोदी के कार्यकाल के दौरान मुख्यमंत्री कार्यालय में प्रधान सचिव के रूप में कार्य किया। 2013 में अतिरिक्त मुख्य सचिव के रूप में सिविल सेवा से सेवानिवृत्त होने के बाद, उन्होंने एक दशक से अधिक समय तक मुख्यमंत्री कार्यालय में प्रधान प्रधान सचिव के रूप में कार्य किया है। उनका प्रशासनिक कौशल, सार्वजनिक मुद्दों की गहरी समझ और व्यवहारकुशल कार्यशैली उनके पूरे कार्यकाल में प्रमुख विशेषताएं रहीं। कैलाशनाथनजी को स्वस्थ, फिट और सेहतमंद सेवानिवृत्ति के लिए मेरी शुभकामनाएं।”

विदाई समारोह में शामिल हुए चुनिंदा लोग

मुख्यमंत्री कार्यालय से जुड़े एक अधिकारी के अनुसार कैलाशनाथन के लिए सीएमओ में एक छोटा सा विदाई समारोह आयोजित किया गया, जिसमें कुछ अधिकारी शामिल हुए।’ गुजरात कैडर के 1979 बैच के आईएएस अधिकारी कैलाशनाथन 2013 में रिटायर हो गए थे, लेकिन उनके लिए नया पद बनाया गया। उनकी शुरुआती नियुक्ति दो साल के लिए थी। इसके बाद उन्हें 11 साल का विस्तार मिला। वह गांधी आश्रम स्मारक कार्य और परिसर विकास परियोजना का काम देख रहे थे। इसके अलावा भी उन्हें कई अहम जिम्मेदारियां दी गई थीं।

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