
सिरदला अंचल में भ्रष्टाचार का पर्दाफाश — ₹50 हजार घूस लेते राजस्व कर्मचारी रंगेहाथ गिरफ्तार।

दो महीने में दूसरी बड़ी कार्रवाई, निगरानी विभाग की छापेमारी से अंचल कार्यालय में मचा हड़कंप
रिपोर्ट: नवादा से प्रशांत रंजन
सिरदला, नवादा।
सिरदला अंचल कार्यालय एक बार फिर भ्रष्टाचार की आग में झुलस गया है। शुक्रवार को निगरानी अन्वेषण ब्यूरो, पटना की टीम ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए चौकिया पंचायत में पदस्थापित राजस्व कर्मचारी रंजीत कुमार को ₹50,000 घूस लेते रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया।
इस कार्रवाई का नेतृत्व निगरानी डीएसपी आदित्य राज ने किया। आरोपी कर्मचारी को उसी वक्त धर दबोचा गया जब वह शिकायतकर्ता से नकद राशि ले रहा था। यह शिकायत बनियाडीह निवासी उमेश प्रसाद यादव ने की थी, जिसमें रंजीत कुमार पर जमीन संबंधी कार्य के एवज में घूस मांगने का आरोप लगाया गया था।
निगरानी विभाग ने पहले पूरे मामले का सत्यापन किया और फिर पूर्व नियोजित तरीके से छापेमारी कर राजस्व कर्मी को गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के समय ₹500 की गड्डियों में बंधे 50,000 रुपये बरामद किए गए। पानी में हाथ धुलवाने के दौरान रंग बदलने से घूस की पुष्टि हो गई। यह पूरा दृश्य सैकड़ों ग्रामीणों की मौजूदगी में हुआ।
चौकिया पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि राजकुमार ने इस कार्रवाई का स्वागत करते हुए कहा कि भ्रष्टाचार का यह खेल अकेले कर्मचारी तक सीमित नहीं है। उन्होंने प्रभारी सीओ अभिनव राज की भूमिका पर भी सवाल उठाए और जांच की मांग की।
गौरतलब है कि इसी अंचल में दो महीने पूर्व भी एक बड़ा घोटाला सामने आया था, जब राजस्व कर्मचारी रवी शंकर कुमार वर्मा को ₹20,000 की रिश्वत लेते निगरानी टीम ने गिरफ्तार किया था। उस मामले में भी निगरानी थाना कांड संख्या दर्ज कर आरोपी को जेल भेजा गया था।
इस बार भी निगरानी थाना कांड संख्या 55/25 के तहत केस दर्ज कर रंजीत कुमार को न्यायिक हिरासत में पटना भेज दिया गया है।
प्रशासनिक चुप्पी पर सवाल
लगातार दो घटनाओं के बावजूद अंचल कार्यालय में भ्रष्टाचार पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। सवाल यह भी उठ रहा है कि क्या उच्चाधिकारी आंखें मूंदे बैठे हैं या फिर मिलीभगत का मामला और भी गहराई में है?








